आपदा प्रबंधन के लिए प्रशासन और उद्योगों को आना होगा साथ-कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा

रायगढ़। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने गत दिवस कलेक्टोरेट सभाकक्ष में पुलिस अधीक्षक श्री सदानंद कुमार के साथ जिले में आकस्मिक दुर्घटना आग, बाढ़ व अन्य आपातकालीन जैसी स्थिति से निपटने के लिए मैनेजमेंट प्लान बनाने के संबंध में उद्योग प्रतिनिधियों की बैठक ली।

कलेक्टर सिन्हा ने कहा कि रायगढ़ औद्योगिक जिला है। यहां बड़ी संख्या में उद्योग चल रहे हैं। कई खदानें भी संचालित हैं। ऐसे में जिले में किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए एक स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर का होना बेहद जरूरी है। ताकि आपातकालीन परिस्थिति से निपटने का पूरा खाका खींचा जा सके। इसके लिए उद्योगों को भी प्रशासन के साथ आना होगा। जिससे आपदा से निपटने के लिए मैन पावर, सुरक्षा उपकरण, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस सहित अन्य संसाधनों की तत्काल व्यवस्था की जा सके। उन्होंने कहा कि डिजास्टर के दौरान प्रभावित लोगों की जान बचाना सबसे अहम होता है। स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर से जिले में आपदा से निपटने के लिए उपलब्ध संसाधनों की मैपिंग कर उसका बेहतर प्रबंधन किया जा सकेगा। उन्होंने सभी उद्योग प्रतिनिधियों से इस कार्य को पूरी जिम्मेदारी से करने की बात कही।

पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार ने उद्योग प्रतिनिधियों से कहा कि आपदा प्रबंधन में रिस्पॉन्स टाइम सबसे महत्वपूर्ण होता है। जितनी जल्दी डिजास्टर मैनेजमेंट टीम रिसपॉन्ड करती है उतना नुकसान कम होता है। उन्होंने कहा जिले में बहुत से उद्योग हैं, जो अलग-अलग हिस्सों में फैले हुए हैं। सबके संसाधनों का ब्यौरा लेकर एक सेंट्रलाइज्ड डाटा बेस तैयार किया जाएगा। जिससे आपदा के समय संसाधनों को जल्दी मूव किया जा सके। उन्होंने सभी उद्योग प्रतिनिधियों से कहा कि अपने रिसोर्सेज की पूरी जानकारी दें। आपदा में आर्थिक नुकसान तो होता है लेकिन मानव जीवन भी खतरे में आता है, जिसे बचाना किसी भी डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान का सबसे महत्वपूर्ण पहलू होता है।
बैठक में अपर कलेक्टर सुश्री संतन देवी जांगड़े, सीईओ जिला पंचायत श्री अबिनाश मिश्रा, आयुक्त नगर निगम श्री संबित मिश्रा, संयुक्त कलेक्टर श्री डी.आर.रात्रे सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी व उद्योगों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

उद्योगों को मॉक ड्रिल के निर्देश, होगी रिसोर्स मैपिंग

बैठक में कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा और पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार ने उद्योग प्रतिनिधियों से कहा कि अपने प्लांट्स में आपदा से निपटने की पूरी तैयारी रखें। इसके लिए सभी मॉक ड्रिल कर लें तथा इसकी रिपोर्ट दे। इससे आपदा प्रबंधन के लिए रिसोर्स मैपिंग और शेयरिंग का प्लान भी तैयार किया जा सके

क्विक रिस्पॉन्स और समन्वय के लिए त्वरित संवाद जरूरी, बनेगा कोर ग्रुप

आपदा प्रबंधन में क्विक रिस्पॉन्स के लिए त्वरित संवाद जरूरी है। इसके लिए जिला प्रशासन एक कोर ग्रुप बनाएगा जिसमें प्रशासन के आला-अधिकारियों के साथ उद्योगों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। जिससे किसी भी आपातकालीन स्थिति में तत्काल समन्वय किया जा सके।

Gopal Krishna Nayak

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