अजब मुरा सचिव के गज़ब खेल…

ग्राम पंचायत एजेंसी नहीं फिर भी निर्माण कार्य में दख़ल…

इस काम की मंजूरी की कहानी भी दिलचस्प है। पिछले दिनों अखबारों के सुर्खियों में बना रहा।

खरसिया विधानसभा में मंडी बोर्ड करा रहा घटिया निर्माण; उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल हुए नाराज, ठेकेदार को लगी फटकार

रायगढ़। खरसिया विधानसभा में मंडी बोर्ड की ओर से कुछ गांवों में सीसी रोड का निर्माण चल रहा है। इसकी गुणवत्ता को लेकर मंत्री उमेश पटेल बहुत नाराज हुए। उन्होंने तुरंत रायगढ़ एसडीएम को मौके पर बुलाकर जांच कराने को कहा। ठेकेदार को भी जमकर फटकार पड़ी। इसके बाद सभी निर्माणाधीन सड़कों के सैम्पल कटिंग किए गए।

रायगढ़ जिले में सबसे बड़ी समस्या सड़कों की ही है। उस पर कोई ठेकेदार अगर घटिया निर्माण करे तो सवाल उठने लाजिमी हैं। कृषि उपज मंडी बोर्ड ने खरसिया विधानसभा क्षेत्र में कुछ गांवों में सीसी रोड की स्वीकृति दी थी। दर्रामुड़ा, कोड़तराई, डोंगीतराई समेत कुछ गांवों में निर्माण चल रहा है। इसका ठेका भी रायपुर के ठेकेदार पांडे को दिया गया है। इसकी क्वालिटी को लेकर कई शिकायतें आ रही थी। इसकी सूचना उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल तक पहुंची। उन्होंने मंगलवार को गांव पहुंचकर खुद ही सड़कों का जायजा लिया। सड़कों की स्थिति देखकर वे बेहद नाराज हुए और मौके पर रायगढ़ एसडीएम गगन शर्मा को बुला लिया।

उन्होंने सख्त लहजे में सभी सड़कों की जांच करने का आदेश एसडीएम को दिया। तुरंत सीसी रोड की कटिंग कर सैम्पल लिए गए हैं। इसकी जांच पीडब्ल्यूडी लैब में कराई जानी है। बताया जा रहा है मौके पर रोड को देखकर ही पता चल रहा था कि कितना खराब काम हुआ है। ठेकेदार को भी मंत्री उमेश पटेल ने फटकार लगाई। अब मामले में जांच शुरू हो गई है।

ग्राम पंचायत नहीं हैं एजेंसी

इस काम की मंजूरी की कहानी भी दिलचस्प है। मंडी बोर्ड ने काम स्वीकृत कर फंड जारी किए। कोई भी रोड 20 लाख से अधिक बजट का नहीं है। ग्राम पंचायत को एजेंसी बनाया जा सकता था लेकिन इसका टेंडर ग्रुप में रायपुर से किया गया जिसमें वहीं के ठेकेदार पांडे ने बाजी मारी। अब काम की गुणवत्ता बेहद खराब हो गई तो कार्रवाई की जा रही है।

खरसिया शर्मा ठेकेदार के फर्म है निर्माण एजेंसी गुणवत्तापूर्ण ही होगा निर्माण…

मंडी बोर्ड ने काम स्वीकृत कर फंड जारी किए। कोई भी रोड 18-20 लाख से अधिक बजट का नहीं है। ग्राम पंचायत को एजेंसी बनाया जा सकता था लेकिन इसका ठेका खरसिया के वरुण शर्मा के फर्म छत्तीसगढ़ इन्टरप्राइजेज ने बाजी मारी ली। अब काम की गुणवत्ता खरसिया के शर्मा का है तो  बेहद खराब होने का प्रमाण प्रथम दृष्टया देखने से कहीं नजर तो नहीं आएगा यकीन न हो तों कहीं भी जांच करा लो अच्छा ही आएगा ही…

गांव में हो रहा चर्चा ऐ बात समझ से परे है कि ठेकेदार को मिलें काम को मुरा सचिव खगेश्वर पटेल क्यों दिखा रहे हैं इंटरेस्ट ?

हमारी टीम आरोप नहीं लगा रहा जिम्मेदार जन प्रतिनिधी के गांव गली मुहल्ले से बात थाने के दहलीज तक पहुंचा तो हमारी टीम निर्माण स्थल थाने और ठेकेदार तक बात किए तो कुछ बातें सामने निकल कर आई जिसमें पता चला कि ग्राम पंचायत सचिव द्वारा जो शिकायत पत्र भुपदेवपुर थाना में दिनांक 28फरवरी 2023में दिए है।

अब आपको सचिव साहब के अजब गज़ब खेल कहे या दबंगई कहें ।कृषि उपज मंडी बोर्ड के ठेकेदार को ठेका में सीसी सड़क निर्माण कार्य मिला है जिसका निर्माण कार्य चल रहा था इसी बीच निर्धारित स्थल,मापदंड से अलग मापदंड पर सड़क की चौड़ाई को लेकर कब्जाधारी भूमि स्वामी के साथ कहा सूनी होने के एक दिन पूर्व ही सचिव साहब भुपदेवपुर थाना में लिखित सूचना दे दिए। पुलिस सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार
उपरोक्त विषयान्तर्गत लेख है कि काम पंचायत मुरा में कृषि उपज मंडी बोर्ड से सी सी रोड निर्माण का कार्य प्रगति पर है जिसका काम लगभग 70/ पूर्ण हो चुका है उसी रास्ते में लक्ष्मण पटेल द्वारा लकडी का खम्भा गाड़ का मार्ग रोक दिया जिससे हमारा  शासकीय कार्य रुक गया है ।

आखिर ऐसा क्या बात है कि ठेकेदार काम के  लिए ग्राम पंचायत सचिव द्वारा अपने विभागीय अधिकारी को जानकारी ना देकर बल की मांग करते हुए… एक ग्रामवासी को घंटों थाना बैठा देना और देर शाम को छोड देने के लिए लिखित सूचना देना ?

 पुलिस प्रशासन को गुमराह कर ठेकेदार का काम निकलवा लिए ऐसा ही उसी सड़क के निर्माण पर विपक्षी नेता द्वारा अपनी जमीन होने की बात करते हुए निर्माण को रोकवा दिए तब सचिव साहब मौन हो लिए आखिर…?
 
हमारी टीम काफी प्रयास किया कि आखिर किसके साथ घटना घटित हुआ है लेकिन सफलता नहीं मिला…किसी कामगार के साथ कुछ कहा सुनी हुआ या कुछ और तो सम्बंधित व्यक्ति पुलिस थाने में कार्यवाही कराता।

रही बात कृषि उपज मण्डी बोर्ड के निर्माणधीन सड़क के निर्माण कार्य निर्धारित स्थल में बन रहा है या कहीं अन्य स्थल पर और गुणवत्ता पूर्ण है या नहीं जिम्मेदार जनप्रतिनिधी और अधिकारी निरीक्षण उपरांत कई स्तर के जांच पड़ताल से होते चला आएंगा,

तब तक के लिए ✍

Gopal Krishna Nayak

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top