अनेकता में एकता का प्रतीक भारत देश में विभिन्न धर्म व समुदाय एक साथ मिलकर रहते हैं। आगामी 22 मार्च को एक बार फिर गंगा-जमुनी तहजीब की तस्वीर देखने को मिलेगी। इस साल 22 मार्च को हिंदू नववर्ष (चैत्र नवरात्री),गुड़ी पड़वा,चेटी चंड और रमजान सभी एक ही दिन है। हिन्दू नवराश की शुरुआत 22 मार्च से हो रही है। जो 30 मार्च तक चलेगी इस दिन रामनवमी मनाया जाता है। चैत्र नवरात्र को देखते हुए माता के मंदिरों में सफाई व अन्य तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। प्रतिपदा तिथि से नवरात्र का प्रारंभ होगा और वह 9 दिन तक चलेगा। जिसमें मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की आरधना की जाएगी। और वहीं रमजान भी 22 से शुरू होगी।
हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया चेटीचंड और झूलेलाल जयंती मनाई जाती है। ये दिन सिंधी समाज के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि इस दिन से ही सिंधी हिंदूओं का नया साल शुरू होता है। चेटीचंड के दिन सिंधी समुदाय के लोग भगवान झूलेलाल की श्रद्धा भाव से पूजा करते हैं। मान्यताओं के अनुसार संत झूलेलाल वरुण देव के अवतार माने जाते हैं।
चेटीचंड 2023 डेट (Cheti Chand 2023 date)
पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि 21 मार्च 2023 को रात 10 बजकर 52 शुरू होगी और 22 मार्च 2023 को रात 08 बजकर 20 मिनट पर खत्म होगी। चेटीचंड का त्योहार 22 मार्च 2023 को मनाया जाएगा।
चेटी चण्ड मूहूर्त – शाम 06 बजकर 32 – रात 07 बजकर 14 (अवधि 42 मिनट)
गुड़ी पड़वा
हिंदू नववर्ष की शुरुआत गुड़ी पड़वा से ही होती है। गुड़ी पड़वा के पर्व का उत्साह खासकर महाराष्ट्र राज्य में देखने को मिलता है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में भी धूमधाम से गुड़ी पड़वा का पर्व मनाया जाता है। गुड़ी यानी विजय पताका. गुड़ी पड़वा के दिन पताका (ध्वज) लगाने की परंपरा है।मराठी समुदाय के लोग गुड़ी पड़वा के दिन घर के बाहर गुड़ी बांधकर पूजा करते हैं। इसे सुख-समृद्धि का सूचक माना जाता है।
गुड़ी पड़वा 2023 डेट
गुड़ी पड़वा का पर्व इस साल 22 मार्च 2023 को मनाया जाएगा। चैत्र माह की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 21 मार्च 2023 को रात 10:52 से होगी और इसका समापन 22 मार्च 2023 रात 08:20 पर होगा। ऐसे में उदयातिथि के अनुसार गुड़ी पड़वा का पर्व 22 मार्च को मनाया जाएगा। वहीं पूजा के लिए 22 मार्च 2023 सुबह 06:29 से 07:39 का समय शुभ रहेगा।
रमजान
रमजान का पाक महीना शुरु होने वाला है। इस्लामिक कलैंडेर की मानें तो रमजान 30 दिन तक चलते हैं और ये महीना पाक-पवित्र महीना है। मुसलिम समाज के लोगों को रमजान का पूरे साल बेसब्री से इंतजार रहता है। चांद दिखने के साथ ही इस पवित्र महीने की शुरुआत हो जाती है और लोग रोजे रखते हैं। इस बार रोजे के डेट को लेकर थोड़ी संशय है, 22 या 23 मार्च से रोजे रखे जाएंगे। रमजान को इबादत का महीना भी कहा जाता है।