आप सभी को ज्ञात होगा ही धर्म नगरी खरसिया के ग्राम नहरपाली में श्री शिव महापुराण कथा का आयोजन पिछले सप्ताह से चला रहा था इसी दौरान का एक छोटा सा घटनाक्रम घटित हुआ उसे आप सभी के बीच रखना चाह रहा हूं विलम्ब के लिए क्षमा चाहते हुए जो घटना घटित हुआ उससे मन में आत्म संतुष्टि कहें या अवघड़दानी भोले शंकर का प्रयोजन,कृपा…
नहरपाली में आयोजित श्री शिव महापुराण कथा कथावाचन हेतु राष्ट्रीय संत पूज्य आनंद बापू जी का आगमन दिल्ली से झारसुगड़ा फ्लाइट आ रहे थे हमारी टीम को बापू का स्वागत सत्कार और झारसुगड़ा से नहरपाली तक लाने की जिम्मेवारी समिति के पदाधिकारियों के साथ सहयोगी के रूप में हुआ था।
पूर्व में राष्ट्रीय संत पूज्य चिन्मयानंद बापू जी का अमृतमय कथा का रसपान कर चुके आयोजक परिवार के सदस्य भी थे छत्तीसगढ़ से 100 किलोमीटर ओड़ीसा राज्य को लेने जाना था या यूं कहें बापू के आगमन की बात सुनकर चाहने वालों मन में आगमन को लेकर उत्सुकता था ।
बापूजी का फ्लाइट तों 03:30बजे आना था लेकिन हमारी टीम 11बजे ही नहरपाली से झारसुगुड़ा के लिए एनएच 49 से रायगढ़ होते ओड़ीसा के लिए निकल पड़ा कनकतुरा से कुछ किलोमीटर आगे बढ़े ही थे कि सड़क किनारे बाई और जंगल में एक मोटरसाइकिल चालक दुर्घटनाग्रस्त होकर पड़ा हुआ था उससे कुछ कदम ही आगे बड़े थे कि हमारे खरसिया जनपद पंचायत उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार पटेल की नजर मोटरसाइकिल की चक्का जो घूम ही रहा था पर जा टीका। एकाएक पूरी टीम दुर्घटना हुई युवक के पास बचाने के लिए दौड़ पड़ा परन्तु दुर्घटनाग्रस्त हुए युवक की भाषा ना समझने के कारण आ रही परेशानियों के चलते राह से गुजर रहे राहगीरों को रोककर युवक से बात कर घर और नाम की जानकारी लेने चाहा इसी के साथ स्थानीय पुलिस और स्वास्थ्य अमले एंबुलेंस के लिए सहयोग लिए घायल युवक सनत प्रधान अपने निवास से पास के खादान के लिए निकला था।
कृष्ण कुमार पटेल ने जिस तत्परता से युवक के जान बचाने के लिए आगे बढ़ा हेलमेट और मुंह में बांधे रुमाल को खोला घनश्याम पटेल गेंद लाल श्रीवास ने रखे गमछा से छाया किए जिससे युवक राहत महसूस किया हमारी को लगा बापूजी तों 03:30बजे आने वाले हैं लेकिन औघड़दानी भोले शंकर ने समय से पूर्व सनत प्रधान के जीवन के रक्षा के प्रयोजनार्थ भेजे हैं ऐसा अहसास हुआ।
पुलिस की टीम बहुत जल्दी पहुंच गया और हाॅस्पिटल के लिए रवाना हुए और हमारी के गौतम डनसेना,गेंद लाल श्रीवास, घनश्याम पटेल, कृष्ण कुमार पटेल कहते आगे बढ़ चले सारथी बने…स्वार्थी नहीं