रायगढ़ । शहर में आवारा कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ते जा रही है। हर गली मोहल्लों में इन्हें झंुड के झुंड देखा जा सकता है। ऐसे में कई बार ये अवारा कुत्ते किसी कारण से घायल होते हैं, तो कई बार आमाजिक तत्वों के द्वारा भी इनके साथ कु्ररता भरा व्यवहार किया जाता है। ऐसे में इनकी सुरक्षा और देखरेख भी जरूरी है। शहर में स्ट्रीट एनिमल वारियर्स नामक संस्था का संचालन किया जा रहा है जो ऐसे ही आवारा कुत्तों की देखरेख करती है, लेकिन उनके पास उन्हें रखने के लिए किसी तरह का स्थल नहीं है। इससे इन्हें भी काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। इसे देखते हुए गुरूवार को स्ट्रीट एनिमल वारियर्स की टीम के द्वारा महापौर जानकी काट्जू से मुलाकात की गई और उन्हें सभी समस्याओं से अवगत कराते हुए आवारा कुत्तों के शेल्टर होम स्थल के लिए शासकीय भूमि आबंटन करने की मांग की है। ताकि उन्हें वहां रखकर उनकी देखरेख किया जा सके। महापौर को ज्ञापन सौंपने के दौरान एनजीओ के शफी आलम, विनितेश तिवारी, रश्मि खलखो, लोकेश मालाकार के मौजूद थे।
ईलाज में होती है परेशानी
स्ट्रीट एनिमल वारियर्स के पदाधिकारियों ने बताया कि शहर में कई ऐसे आवारा कुत्ते मिलते हैं, जो किसी बीमारी की चपेट में होते हैं, तो कोई किसी कारण से घायल हो जाता है। उनका घूम घूम कर ईलाज तो कर दिया जाता है, लेकिन नियमित रूप से इनकी न मानिटरिंग हो पाती है और न ही देखरेख। ऐसे में शेल्टर होम स्थल के लिए भूमि आबटंन हो जाने पर आवारा कुत्तों की बेहतर देखरेख स्ट्रीट एनिमल वारियर्स द्वारा किया जाता।
ईलाज में होती है परेशानी
स्ट्रीट एनिमल वारियर्स के पदाधिकारियों ने बताया कि शहर में कई ऐसे आवारा कुत्ते मिलते हैं, जो किसी बीमारी की चपेट में होते हैं, तो कोई किसी कारण से घायल हो जाता है। उनका घूम घूम कर ईलाज तो कर दिया जाता है, लेकिन नियमित रूप से इनकी न मानिटरिंग हो पाती है और न ही देखरेख। ऐसे में शेल्टर होम स्थल के लिए भूमि आबटंन हो जाने पर आवारा कुत्तों की बेहतर देखरेख स्ट्रीट एनिमल वारियर्स द्वारा किया जाता।